गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रही है। उन्होंने कहा कि यह शाम तक तट पर पहुंचेगा। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तटीय इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बुधवार सुबह तक पूरी कर ली गई। 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया। अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
पाकिस्तान में भी लगातार चक्रवात बिपरजॉय का डर बना हुआ। मौसम विभाग के अनुसार आज सिंध के केटी बंदर से चक्रवात बिपरजॉय टकराएगा
गुजरात के द्वारका में बिपरजॉय का डर साफ देखा जा सकता है। चक्रवात की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपरजॉय पर समीक्षा बैठक की।
गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से मांडवी के समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं, अमृतसर के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई।
अहमदाबाद सीमा सुरक्षा बल के आईजी रवि गांधी ने बताया कि BSF अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात हैं और जो चक्रवात बिपरजॉय आने वाला है उसका असर सीमवर्ती इलाकों में है। उन्होंने कहा कि सभी जवान अलर्ट हैं और जरूरी तैयारियां की गई हैं। इस विपदा से निपटने के लिए जो भी प्रयास कर सकते हैं वो कर रहे हैं।
राजस्थान के उदयपुर एडीएम ओपी बुनकर ने कहा कि आज मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टर, एसपी के साथ चक्रवात बिपरजॉय को लेकर एक समीक्षा बैठक की। उदयपुर वासियों से 16 और 17 जून को विशेष सर्तकता बरतने की अपील की गई है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है।
जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने चक्रवात बिपरजॉय के खतरे से बचने के लिए अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं।
द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। ओखामंडल के मीठापुर क्षेत्र में तेज बारिश हो रही है।
वर्तमान में चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के तट से करीब 220 किमी दूर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह सौराष्ट्र और कच्छ को पार करेगा और शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करेगा।
दिल्ली के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने बताया कि चक्रवात में ट्रांसमिशन लाइन में खराबी की संभावना रहती है, उसे लेकर हमने सारी तैयारी कर ली है। गुजरात में इंटरस्टेट और इंट्रास्टेट ट्रांसमिशन लाइन को चेक कर लिया है। राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं।
मुंबई के आईएमडी प्रमुख सुनील कांबले ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय फिलहाल मुंबई से दूर है। चक्रवात पोरबंदर 300 किमी दूर है। 15 जून दोपहर को मांडवी और करांची के बीच बिपरजॉय के टकराने की संभावना है। अगले 24 घंटे कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश होगी।
गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। किसी भी हालात से निपटने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 33 टीमें तैनात की गई हैं। सेना भी तैयार है। तटवर्ती 8 जिलों से 74,345 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए आश्रय घरों में पहुंचा दिया गया है। चक्रवात के बाद यातायात व बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब छह सौ टीमें बनाई गई हैं।